दोस्तों आज हम आपके लिए सबसे अच्छी Papa Shayari लेकर आये है क्योकि एक पापा ही है जो हमे लाइफ में आने वाली सभी मुसीबतो से बचाते है और हमारे लिए खुद की परवाह किये बगैर धुप छाव में कड़ी महनत करते हैं ऐसे पिता को मेरा तहे दिल से हाथ जोड़कर नमन है तो चलिए आजकी इस खूबसूरत पोस्ट में पापा पर लिखी हुई कुछ खास Papa Par Shayari शायरी पढ़ते हैं जो दिल को छू जाए
Papa Par Shayari in Hindi
मुझे रख दिया छाव में खुद जलते रहे धूप में
मैने एक फरिश्ता देखा है पिता के रूप में
कभी अभिमान तो कभी स्वाभिमान है पिता,
कभी धरती तो कभी आसमान है पिता…!पिता है तो बच्चों के सारे सपने,पिता है तो बाज़ार के सारे खिलोने अपने हैं,
पिता रोटी है कपड़ा है मकान है,
पिता नन्हें से परिंदे का बड़ा आसमां है,
एक नदिया मेरी पलकों की और बहती है
जो मेरे साथ खुशी गम के दौर सहती है
मेरी मम्मी को मेरा ध्यान बोहोत है लेकिन
मेरे पापा को मेरी फिक्र बोहोत रहती है
हर महफ़िल में वो सिर्फ मेरा ही ज़िक्र करता है,
बाप है वो मेरा सिर्फ मेरी ही फ़िक्र करता है…!
सुना है वो हर दर्द सीने में छुपाए बैठा है,
बेजान साखो की तरह मुरझाये बैठा है,लगता है वो किसी का बूढ़ा बाप है,
जो अपने जवान बेटो से ठोकर खाये बैठा है…!
Best papa shayari in hindi With Image
मैं अकेला हु मुझे कोई सहारा चाहिए,
मेरी टूटी हुई कश्ती को किनारा चाहिए,मेरे पापा मुझे फिर से मेरा बचपन देदो,
मुझे खोया हुआ सब कुछ वो दोबारा चाहिए…!
किताबों में नहीं ये मैंने रश्तो की ठोकरो से सिखाया है,
और मुश्किलों में हँसना मैंने अपने पिता से सीखा…!
याद नहीं में सबसे पहले किसकी गोद में गिरा था,
शायद उसी का हाथ था जो सबसे पहले मेरे सर पे फिर था…!
ले लेते हैं सर पे मुसीबत हमे मु मुसीबतो से निकलने में,
एक बाप अपनी ज़िन्दगी दाव पर लगा देता है बच्चो को पलने में…!
जबतक वो झुर्रियों भरे हाथ मेरे सरपर हैं,
मेरी शान ज़िंदा है मेरा रुआब ज़िंदा है,क़यामत भी आ जाये तो मेरा क्या बिगाड़ेगी,
अभी मेरा बाप ज़िंदा है…!
किसी उजड़े हुए वीरान शहर जैसी है
जिंदगी बाप के बीन जीनी कहर जैसी है
हज़ारों मुश्किलों से लड़ रहा हूं मैं अकेला ही,
दुआए साथ हो जिसके उसे लस्कर नहीं लगता,मेरे बापूजी बूढ़े हैं मगर अब भी ये आलम है,
वो मेरे पास होते हैं तो मुझको डर नहीं लगता…!
हथेली पर रख ख़ाक को देख लेते हुए,
में दूर खड़े उस आफ़ताब को देख लेते हु ,जब पड़ने लगता है मुझपर मुसीबतो का साया
में दूर खड़े होकर अपने बाप को देख लेता हु….!
Papa Ke Liye Shayari
दूर मंजिल है पर मंजिल का इशारा तो है
मेरे सर पर मेरे पापा का सहारा तो हैचाहे तन्हा ही सही जिंदगी की रहो में
मैने ये वक्त अकेले भी गुजारा तो है
ये ज़िन्दगी का सफर बहुत मुश्किल है जनाब,
जब तक पापा का साया सरपर है मजे करलो…!
मुझे पालने में जिनकी ज़िन्दगी सारी हो गयी,
उनके बारे में सोचा तो मेरी पल्खें भारी हो गयी…!
जेब खाली थी मगर चेहरे पर नूर था
मैने पापा के जैसा अमीर नही देखा
जो मांगू दे दिया कर ज़िन्दगी,
कभी तो मेरे पापा जैसी बनकर दिखा !
मेरे बिखरे सपनो का एक जहां है पापा
मेरे लिए सारा आसमा है पापा
अपने आसुओं को अंदर ही अंदर पीना सिख जाओगे
अगर पिता की उम्र देखोगे तो जीना सिख जाओगे
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